राजीव रंजन गिरि

राजीव रंजन गिरि
सादगी और सुरुचि के अनुपम
Posted on 02 Jan, 2017 04:59 PM

गाँधी शान्ति प्रतिष्ठान परिसर की इस पुरानी इमारत का नाम पर्यावरण कक्ष है। पूछकर मालूम हुआ। कहीं लिखा हुआ था नहीं। बस मान लेना था कि यही पर्यावरण कक्ष है। इसमें अन्दर घुसते ही अखबारों से काटी ढेर सारी तस्वीरें दीवारों पर चिपकी हैं। दाईं तरफ एक छोटे कमरे में लकड़ी की मेज और कुर्सी पर दरमियानी कद का एक व्यक्ति कागज पर लिखे को पढ़ने और बीच-बीच में कलम से निशान लगाने, लिखने में लीन है।

इस तल्लीनता ने ऐसा वातावरण रच दिया था कि अन्दर आने के लिये पूछने में हिचक हो रही थी। दरवाजा खुला था, इसलिये खटखटाने का संयोग भी नहीं बन रहा था। कुछ क्षण में ही उस व्यक्ति को शायद आहट हुई। नजर ऊपर उठी। ‘आइए’ कहने पर नीरवता थोड़ी भंग हुई।
अनुपम मिश्र
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