राजेन्द्रपन्त 'रमाकांत'

राजेन्द्रपन्त 'रमाकांत'
पर्यावरण के ठेकेदारों का नहीं कोई अता-पता
Posted on 20 May, 2016 11:37 AM

पिथौरागढ़। दावानल की प्रचण्ड ज्वालाएं सुनहरी घाटियों के लिये अभिशाप बन गयी हैं, पहाड़ों में जंगलों में लगी आग के कारण वनों का सौन्दर्य नष्ट होता जा रहा है। खाक में विलय होते वन पर्यावरण जगत में गहरे संकट का कारण बनते जा रहे हैं, वन्य जीव-जन्तुओं का अब वनों में रहना दुश्वार हो गया है। सूखते जल स्रोतों ने लोगों के माथे की चिंताएं बढ़ा दी हैं। अन
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