Posted on 19 Apr, 2013 11:00 AMएक आविष्कार को उसकी लोकप्रियता ही कैसी ग्रस लेती है, प्लास्टिक के इस्तेमाल और ख़तरों को लेकर यह बात बखूबी समझी जा सकती है। खासतौर पर शहरों में प्लास्टिक ने जीवन को जितना आसान नहीं बनाया है, उससे ज्यादा दुश्वारियां पैदा कर दी हैं। प्लास्टिक कचरे के बढ़ते खतरे को सुप्रीम कोर्ट ने भी गंभीरता से लिया है। इसी पर पुनीत तिवारी और राजीव सिन्हा का फोकस