परिचय दास

परिचय दास
सूर्य कृतज्ञता का पर्व है छठ
Posted on 07 Nov, 2016 10:38 AM

नदी या तालाब या समुद्र में घुटने पानी तक खड़े होकर सावधानीपूर्वक सूर्य देवता को नमन करते हैंः श्रद्धा देते हैं। यह श्रद्धा हम अपने को ही देते हैं, यदि पूछिए तो। श्रद्धा रहित जीवन भी कोई जीवन है। चढ़ते व उतरते सूर्य : दोनों को प्रणाम करने का अर्थ है : हम सम भाव से किसी के उत्कर्ष व अपकर्ष में साथ बने रहते हैं। यह क्या बात हुई कि चढ़ते समय तो साथ रहे, उतरते समय साथ छोड़ दिया।
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