प्रदीप मुखोपाध्याय ‘आलोक’
प्रदीप मुखोपाध्याय ‘आलोक’
कैसे बनती हैं झीलें
Posted on 28 Apr, 2014 11:22 AMदेश में तमाम झीले हैं। हरियाणा में भी कई झीलें हैं जहां लोग पिकनिक मनाने और नौका विहार के लिए जाते हैं। इनमें से डबचिक, बारखेट, तिल्यार, सूलतानपुर और चक्रवर्ती झील वगैरह मशहूर हैंभूकंप के झटकों की नाप
Posted on 07 Apr, 2014 12:04 PMभूकंप की तीव्रतामापक मर्कली पैमाने में एक से लेकर बारह तक के रोमन अबोले री पपीहरा
Posted on 31 Jan, 2014 03:53 PMबरसात के मौसम में कोयल की कूक के साथ एक और पक्षी की आवाज सुनाई देती है। इसकी धीरे-धीरे तेज होती जाती ‘पी कहां, पी कहां’ की टेर सिर चढ़ कर बोलती है। आप समझ ही गए होंपानी रे पानी
Posted on 01 Sep, 2013 03:01 PMजल एक असाधारण गुणों वाला द्रव है। साधारण तापमान में वृद्धि के साथ पदार्थों के आयतन में वृद्धि होती है, लेकिन जल ए