पीवी राव एवं प्रदीप मेश्राम

पीवी राव एवं प्रदीप मेश्राम
फ्लोराइड की अधिकता से अस्थि विकृति एवं पोषण आहार से सम्बन्ध
Posted on 17 Apr, 2016 02:26 PM
भारत के विशेष क्षेत्रों में विगत कुछ वर्षों में फ्लोरोसिस एक नई जन-स्वास्थ्य समस्या के रूप में प्रकट हुई है। फ्लोरोसिस, लम्बे समय तक फ्लोराइड विषाक्तता के अन्तर्ग्रहण का एक रूप है जो फ्लोराइड की अत्यधिक मात्रा मुख्यतः पीने के पानी के माध्यम से ग्रहण किये जाने से होती है। इस अध्ययन के पूर्व मध्य प्रदेश का मंडला जिला देश के फ्लोराइड चिन्हित मानचित्र में नहीं था।

सन 1995 में पहली बार मध्य प्रदेश में इस केन्द्र द्वारा इस बीमारी की पहचान की गई। फ्लोराइड की अधिकता के कारण, समस्या की गम्भीरता एवं विस्तार का आकलन करने हेतु क्षेत्रीय जनजाति आयुर्विज्ञान अनुसन्धान केन्द्र (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसन्धान परिषद), जबलपुर (मध्य प्रदेश) द्वारा मंडला जिला (मध्य प्रदेश) के 5 गाँवों (2263 व्यक्तियों) में यह अन्वेषण किया गया।
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