ओ.पी. चतुर्वेदी और अम्बरीष तिवारी

ओ.पी. चतुर्वेदी और अम्बरीष तिवारी
भूमि एवं जल संरक्षण में बाँस का उपयोग (Importance of Bamboo in soil and water conservation)
Posted on 10 Aug, 2017 11:02 AM
बाँस, मनुष्य के लिये प्रकृति का अमूल्य उपहार है। बहुआयामी उपयोगों को देखते हुए इसे वनों का ‘हरा सोना’ कहा जाता है। यह पूरे विश्व में समुद्र तल से 7000 मीटर की ऊँचाई तक पाया जाता है। संसार भर में बाँस की 75 से अधिक प्रजातियाँ व 1200 से अधिक उपजातियाँ पाई जाती हैं। भारत में बाँस की 114 प्रजातियाँ पाई जाती हैं। हमारे देश में कश्मीर घाटी को छोड़कर बाँस सर्वत्र पाया जाता है। भारत में बाँस क
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