Posted on 04 Mar, 2011 04:49 PMक्षारीय मृदाओं में विनिमय योग्य सोडियम की मात्रा अधिक होती है, जिससे पौधों की बढ़वार में बाधा पहुंचती है। प्रायः इन मृदाओं का क्षारांक 8.2 से अधिक होता है जो बहुधा 10 से ऊपर ही पाया जाता है। सोडियम की अधिकता के कारण मृदा के कणों का विऊर्पीपिंडन हो जाता है जिसके फलस्वरूप इन भूमियों की भौतिक दशा बहुत खराब हो जाती है और वे पानी के संचार के लिए अप्रवेश्य हो जाती है। मटियार की कठोर तह बन जाने तथा अवभूम