मनोहर मनोज
मनोहर मनोज
खेती के संकट का समाधान
Posted on 14 Oct, 2016 11:11 AMइधर हमारी समूची खेती प्रकृति के निशाने पर रही है। कभी वह सूखे का सामना करती है तो कभी बाढ़ से त्रस्त होती है। यह स्थिति तब है जबकि हम सिंचाई और जल प्रबन्धन योजनाओं पर अरबों रुपए खर्च कर चुके हैं। इसलिये यह सवाल अहम है कि ये हालात बदलें तो कैसे