कल्पना बीलवाल

कल्पना बीलवाल
कहानी तीन नटखट बच्चों की
Posted on 06 Jul, 2015 04:33 PM
यह कहानी झाबुआ जिले के जाने माने गाँव जशोदा खुमजी की है। इस गाँव ने पिछले तीन सालों में अपनी एक खास पहचान बना ली है। उन्होंने यह पहचान फ्लोरोसिस के खिलाफ अपने अभियान की वजह से बनाई है। यह एक छोटा सा गाँव है, यहाँ के सभी लोग आपस में मिलजुल कर रहते हैं और एक दूसरे के सुख-दुख में हमेशा साथ देते हैं।
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