कौमुदी जोशी एवं सुरेश चंद्र जोशी

कौमुदी जोशी एवं सुरेश चंद्र जोशी
जीवन तथा जल
Posted on 08 Oct, 2016 12:53 PM

पृथिव्यां त्रीणि रत्नानि, अन्नमाप सुभाषितम।
मूर्खे पाषाण खण्डेषु, रत्नम् संज्ञाम् विधियते।।

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