Posted on 27 Sep, 2014 09:43 AMवनों व जलस्रोतों में घटती जैवविविधता अब सामाजिक संघर्ष का कारण बनती जा रही है। मानव आबादी का बड़ा हिस्सा समुद्रों, नदियों अन्य जलस्रोतों व वनों पर न केवल अपनी आजीविका के लिए बल्कि पोषण के लिए भी निर्भर है। भारत की स्थिति भी इससे पृथक नहीं है। प्रस्तुत आलेख यूं तो दक्षिण-पूर्व एशिया एवं अफ्रीका पर केन्द्रित है लेकिन हमारे यहां की परिस्थितियां भी इतनी ही बदतर हैं। आधुनिक विकास के पैरोकार प्रत्येक