जल चेतना

जल चेतना
जल विज्ञानीय शब्दार्थ
Posted on 29 Dec, 2015 04:22 PM

अधिकतम सम्भव वर्षण

Maximum possible precipitation

अनभिलेखी वर्षामापी

Non-recording Raingauge

पानी का उचित प्रबन्धन बहुत जरूरी है - डॉ. भीष्म कुमार
Posted on 21 Dec, 2015 02:41 PM

राष्ट्रीय भाषा, हिन्दी में एक जल सम्बन्धी तकनीकी पत्रिका प्रकाशित करने का ख्याल आपको कैसे आया?
कबीर व रहीम के पानीदार दोहे
Posted on 07 Jul, 2014 09:43 AM

पानी केरा बुदबुदा, अस मानुष की जात।
देखत ही छिपि जाएगा, ज्यों तारा परभात।।

संगति भई तो क्या भया, हिरदा भया कठोर।
नौनेजा पानी चढ़ै, तऊ न भीजै कोर।

दान किए धन ना घटै, नदी ना घटै नीर।
अपनी आंखों देखिए, यों कथि गए ‘कबीर’।।

ऊंचै पानी ना टिकै, नीचै ही ठहराय।
नीचा होय सो भरि पिवै, ऊंचा प्यासा जाए।।
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