जागरण याहू

जागरण याहू
खारे पानी में मीठा फल
Posted on 18 Feb, 2009 09:58 AM
Feb 15,2009 / जागरण याहू
नई दिल्ली, [रणविजय सिंह]। बीएसएफ के रिटायर्ड कमानडेंट बलजीत सिंह त्यागी ने बंजर भूमि पर फलदार पेड़ लगाने में तीन बार विफल रहने पर भी हिम्मत नहीं हारे। कृषि वैज्ञानिकों से पता चला कि भूमिगत पानी खारा होने से यहा पेड़ नहीं उग सकते। उन्होंने अपनी मेहनत व लगन से डेढ़ लाख लीटर क्षमता के वाटर हार्वेस्टिंग व भूमिगत जल रिचार्ज टैंक से जमीन को मीठे पानी से तर कर दिया। जिससे बाझ जमीन की कोख उर्वरा हो गई।
पानी का हक : संवैधानिक
Posted on 09 Feb, 2009 01:43 PM
जागरण याहू, नई दिल्ली। सुप्रीमकोर्ट ने कहा है कि पानी की कमी के चलते सामाजिक तनाव फैलने के साथ ही बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही न्यायालय ने केंद्र को निर्देश दिया है कि ऐसे किसी भी संकट से निपटने के उपाय सुझाने के लिए तत्काल वैज्ञानिकों की एक उच्च अधिकार संपन्न समिति गठित की जाए।
अगर दुनिया को बचाना है .........
Posted on 08 Feb, 2009 07:45 AM

तो हिमालय को पेड़ों से ढकें


जागरण – याहू / प्रसिद्ध पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा मानते हैं कि अगर दुनिया को बचाना है तो हिमालय को पूरी तरह पेड़ों से ढकना होगा। पर्यावरण संरक्षण और ग्लोबल वार्मिग के खतरों सहित तमाम मुद्दों पर देहरादून में 'दैनिक जागरण' के मुख्य संवाददाता अतुल बरतरिया ने बहुगुणा से बातचीत की। पेश हैं इसके प्रमुख अंश-
वरुणा का पानी
Posted on 04 Feb, 2009 09:25 AM

गुड़गांव के जलयोद्धा
Posted on 15 Jan, 2009 10:54 AM
गुड़गांव में सामाजिक विकास का जिम्मा उठा रखा है, श्रमदानी आरके भटनागर ने। आरके भटनागर पिछले चालीस वर्ष से अमेरिका में रह रहे हैं। सारी सुविधाएं अमेरिका में मिलने के बाद भी उनके मन में भारत के विकास में अपना योगदान देने की दिली इच्छा जागृत होती है। यहां सुशांत लोक में रहकर भटनागर सामाजिक विकास, पौधरोपण, जल संचयन से जुड़े हैं। एक तरह से भटनागर कालोनीवासियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। होली, दिवाली, चाह
कोसी के पुनर्निर्माण को कैबिनेट की मंजूरी
Posted on 15 Nov, 2008 02:44 PM
जागरण याहू स्टोरी
वरुणा-मोरवा: पानी नहीं रसायन का प्रवाह
Posted on 07 Aug, 2011 08:20 AM
ज्ञानपुर (भदोही)। गंगा प्रदूषण किसी एक जिले, प्रदेश की नहीं वरन पूरे देश के लिए एक अहम मुद्दा बन चुका है। गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के नाम पर अब तक करोड़ों रुपये फूंके जा चुके हैं लेकिन इन सबके बावजूद जनपद के नगरीय क्षेत्रों से निकलकर गंगा व अन्य नदियों में बहकर जाने वाले गंदे पानी को प्रदूषण मुक्त कर छोड़ने की कोई योजना नहीं बन पायी है। कोई ऐसे ट्रीटमेंट प्लांट की योजना में अवरोध तो दूर बल्कि यह
बर्फ रोकेगी यूरिनल की तीखी दुर्गन्ध?
Posted on 02 Mar, 2010 07:08 AM
इलाहाबाद । बर्फ की सिल्ली अब रेलवे स्टेशनों पर यूरिनल से उठने वाली तीखी दुर्गन्ध को रोकने का काम करेगी। इलाहाबाद जंक्शन पर प्रायोगिक तौर पर इसकी शुरूआत की गई है। सफलता मिली तो इस प्रयोग को मंडल और जोन के अन्य स्टेशनों पर भी अमल में लाया जा सकता है।
कहां खो गए आगरा के 115 तालाब
Posted on 10 Feb, 2010 07:00 PM

आगरा। जब बाड़ ही खेत को खाने लगे तो भला कौन बचा सकता है। शहर के तालाबों के साथ प्रशासन ने कुछ ऐसा ही रवैया अपना रखा है। रसातल की ओर सरकते जल स्तर से बेफिक्र प्रशासन सहित सभी सरकारी विभाग तालाबों को समतल कर उन्हें भूमाफियाओं के मनमाफिक बनाते जा रहे हैं। हद तो यह है कि पानी की कीमत पर मालपानी ऐंठने के लिए हाईकोर्ट तक को गच्चा दे दिया। सवाल उठता है कि कभी सैकड़ों की संख्या में दिखने वाले तालाब आखि

गुड़गांव का पानी
Posted on 08 Dec, 2009 12:38 PM

गुड़गांव के पानी की चिंता किसी के एजेंडे में नहीं है। केंद्रीय भूजल संरक्षण बोर्ड के नोटिफिकेशन की अनदेखी कर साइबर सिटी में गांवों, सेक्टरों, पाश कालोनियों, औद्योगिक क्षेत्र में भूजल दोहन बड़े पैमाने पर हो रहा है। भूजल दोहन यूं ही होता रहा तो एक दिन यहां भूजल स्रोत खत्म हो जाएंगे। तीस वर्ष पहले चकरपुर जोन में बने दो चैक डैम में पानी रहता था, वहां भूजल स्रोत सबसे अधिक नीचे है। चैक डैम में रेन वा

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