हुकम सिंह

हुकम सिंह
जल संसाधन के आयोजन एवं प्रंबधन मे जलविज्ञानीय अन्वेषण का योगदान
Posted on 19 Jan, 2012 05:04 PM भारत की जल-संसाधन परियोजनाएं कम आंकड़ें व पुरानी पद्धतियों के आधार पर बनी है, फलस्वरूप इनकी वास्तविक क्षमता आंकलित क्षमता से भिन्न है। तदर्थ आधार पर जल संसाधनों का विकास नियंत्रण और उपयोग लम्बे समय तक नहीं चल सकता। इसके लिए समकेतिक योजना समग्र दृष्टि के रूप में तैयार की जाए। जल के अधिकतम उपयोग, अधिकतम काम एवं नियंत्रण के लिए परियोजना में संबंधित सभी पक्षों एवं कारणों पर विचार जरूरी है। सभी संभावित
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