एमएन रमेश

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स्थायी विकास के लिये वर्षाजल संरक्षण: सूखा प्रभावित बुंदेलखण्ड क्षेत्र से एक केस स्टडी
Posted on 29 Jan, 2016 09:24 AM
वर्षाजल संरक्षण (आरडब्ल्यूएच) देश में एकीकृत जल विभाजक प्रबंधन कार्यक्रम (आईडब्ल्यूएमपी) का अहम घटक है और उसे वर्षा पर निर्भर इलाकों, खासतौर पर बुंदेलखण्ड के सूखाग्रस्त इलाके में लोगों की आजीविका एवं खाद्य सुरक्षा के लिहाज से अहम माना जाता है। यह पूरा क्षेत्र मध्य भारत के 70.04 लाख हेक्टेयर भूभाग में फैला हुआ है। बुंदेलखण्ड का इलाका अर्द्ध शुष्क क्षेत्र है जहाँ लाल और काली मिट्टी पाई जाती है
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