डॉ. नवनीत मोहन कोठारी

डॉ. नवनीत मोहन कोठारी
सभ्य समाज से क्यों हार गई सुमित्रा
Posted on 05 May, 2012 04:41 PM
देवास के बरोठा गांव में वाल्मिकी समाज की सुमित्रा ने सदियों से चली आ रही जागीरी को खत्म करने की सोची और उसने बैंक से बीस हजार का लोन लेकर गांव वालों के भारी विरोध के बाद भी कपड़े की दुकान खोल ली। सुमित्रा के साथ ही सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी लगा कि यह पहल अब प्रदेश भर के लिए मिसाल का काम करेगी। सुमित्रा की दुकान से छह माह तक एक साड़ी तो दूर एक ब्लाउज, पेटीकोट तक नहीं बिका। इससे परेशान होकर सुमि
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