डाॅ. सरिता

डाॅ. सरिता
जैविक खेती से बढ़ता उत्पादन
Posted on 22 Sep, 2015 11:19 AM

जैविक उत्पादन हमारी सेहत के लिए सबसे कारगर हैं। जैविक उत्पाद खाने से तमाम बीमारियाँ दूर रहती है

जनान्दोलनकारियों की सहायता करेगा कानूनी सहायता केन्द्र
Posted on 03 Mar, 2015 09:55 AM
किसान व मजदूर ऐसी बिजली नहीं चाहता जिसकी कीमत जल, जंगल, जमीन देने के बाद मिले। जमीन की अन्धाधुन्ध लूट के पीछे जो कारण छिपा हुआ है उसे आन्दोलनकारी जानता और समझता भी है। क्योंकि जमीन अधिग्रहण को लेकर ऐसा ही दमन पूरे भारत में हो रहा है। इसके पहले भी विनायक सेन, विश्वविजय व सीमा पर पुलिस का कहर टूट चुका है। पुलिस कितने ही झूठे आरोप लगाए लेकिन किसान अब चुप बैठने वाले नहीं। क्योंकि उससे उसकी जमीन, रोजगार व सम्मान छीना जा रहा है। इलाहाबाद के अति उपजाऊ क्षेत्र यमुनापट्टी में तीन विद्युत घर बन रहे हैं। जिसके विरोध में करछना, बारा व मेजा के किसान आन्दोलनरत हैं। वहाँ के स्थानीय किसान व मजदूर कोयले से बनने वाली बिजली के समर्थक नहीं हैं। विरोध कर रहे किसान व मजदूर को दबाने के लिए पुलिस दमन कर रही है। संवेदनहीनता इस कदर कि मेजा के सलैया कला में खड़ी फसल को रौंद दिया गया, जिसे देख किसान तड़प उठा। दिन-ब-दिन प्रशासन का मनमाना बढ़ रहा है। केवल आश्वासन की लाॅलीपाॅप दूर से दिखानी की कोशिश की जा रही है। इससे किसानों में और गुस्सा बढ़ता जा रहा है। परिणामस्वरूप आन्दोलन की धार और तेज होती जा रही है।

इलाहाबाद में लग रहे पावर प्लांट के तीनों जगहों के किसान व मजदूर मिलकर के पुलिसिया दमन से बचाव करने के लिए इलाहाबाद के कोहड़ार में प्रगतिवाहिनी कानूनी सहायता केन्द्र खोला। यह प्रयास दमन विरोधी मंच के प्रो. ओडी सिंह, अंशू मालवीय विस्थापन विरोधी मंच राजीव सिंह चन्देल के प्रयास का सकारात्मक परिणाम रहा। इस अवसर पर इलाहाबाद के जेबी पन्त समाज विज्ञान संस्थान के प्रो. सुनीत सिंह ने 25 तारीख को इस केन्द्र का उद्घाटन किया।
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