चौथी दुनिया ब्यूरो
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जलवायु परिवर्तनः सबसे ज़्यादा असर ग़रीबों पर
Posted on 28 Jun, 2011 09:36 AMइस बात से सभी सहमत हैं कि हमारे वायुमंडल में ग्रीन हाउस गैसों की वृद्धि ही जलवायु परिवर्तन की वजह है। इस नीले ग्रह (पृथ्वी) पर जीवन के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी यही है। यदि कोई संदेह रह गया है तो भारत में मानसून की आंख मिचौली और पूरी दुनिया में जलवायु का अनिश्चित व्यवहार इसके प्रमाण हैं। ऐसा माना गया है कि तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी से भी पूरा पारिस्थितिकी तंत्र बिगड़ जाएगा। वहीं
जैविक खेतीः सफलता की कहानी किसानों की जुबानी
Posted on 11 Oct, 2010 09:58 AMएक बहुत पुराना नुस्खा है, जब समस्या बहुत बढ़ जाए तो मूल की ओर लौटो। आज देश में किसानों के आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं ने साफ कर दिया है कि अब व़क्त मूल की ओर लौटने का है। इसका अर्थ यह है कि खेती तब भी होती थी, जब रासायनिक खाद और ज़हरीले कीटनाशक उपलब्ध नहीं थे। तब गोबर किसानों के लिए बेहतर खाद का काम करता था। नीम और हल्दी उनके लिए प्रभावी कीटनाशक थी, लेकिन बदलते व़क्त के साथ जैसे-जैसे रासायनिक खाद
संकट में फल्गू का अस्तित्व
Posted on 13 Aug, 2010 09:51 AMमाता सीता के शाप से शापित होने के बावजूद पौराणिक काल से पितरों को मोक्ष दिलाती आ रही गया की पवित्र फल्गू नदी का वजूद आज ख़तरे में है। देश-विदेश से लाखों लोग प्रति वर्ष इसे नमन करने आते हैं। यह नदी मगध के लोगों की जीवनरेखा है, लेकिन विगत कुछ वर्षों से इसमें शहर भर का कूड़ा-कचरा फेंका जा रहा है। यही नहीं, 15 बड़े नालों का गंदा पानी भी इसे प्रदूषित कर रहा है, जिसके चलते भू-क्षरण, भूगर्भ जल के व