भगवती प्रसाद डोभाल
भगवती प्रसाद डोभाल
चांद का पानी और धरती की प्यास
Posted on 20 Nov, 2010 07:41 AMनासा ने कुछ समय पहले एक रिपोर्ट जारी की कि चांद की सतह पर मिट्टी में काफी पानी है और इसकी उपलब्धता से अंतरिक्ष यात्री चांद पर काफी दिन बिता सकते हैं।यहां लगभग एक टन मिट्टी में 11-12 गैलन पानी मिलने की संभावना आंकी गई है। अनुसंधानकर्ताओं ने विश्लेषण के बाद बताया है कि चांद के कुछ क्षेत्र में मिट्टी में पांच प्रतिशत वजन के हिसाब से जमा पानी बर्फ के दानों के रूप में मौजूद है। इस बर्फ का उपयोग पानी के रूप में हो सकेगा और इसे कमरे के तापक्रम पर पिघला सकते हैं। अमेरिका की एक दूसरी अंतरिक्ष ऐजेंसी अमेस अनुसंधान केंद्र के ऐंथनी कोलाप्रेट ने भी इन बिंदुओं का खुलासा किया है।
बताया गया है कि चांद पर बर्फ रूप में मौजूद यह पानी पूरी सतह पर एक समान दक्षिणी ध्रुव में नहीं फैला है बल्कि अलग-अलग स्थानों पर भिन्न-भिन्न अनुपात में है। चांद के दक्षिणी ध्रुव में अंधेरा और ठंडा क्रेटर है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह
कैसे बचे रूस की वन संपदा
Posted on 13 Sep, 2010 01:49 PMहाइड्रो कार्बन के बाद रूस की सबसे बड़ी पूंजी जंगल हैं। यहां दो तिहाई भूमि वनों से ढकी है लेकिन इस वर्ष भारी गर्मी के कारण वहां तापमान काफी ऊंचा रहा और सूखे की मार भी।