बी.एम. पांडे
बी.एम. पांडे
पारंपरिक जल संचय प्रणालियों का इतिहास
Posted on 06 Aug, 2010 10:11 AMसदियों से जारी है जद्दोजहद
ईसा पूर्व तीसरी सहस्त्राब्दी में ही बलूचिस्तान के किसानों ने बरसाती पानी को घेरना और सिंचाई में उसका प्रयोग करना शुरू कर दिया था। कंकड़-पत्थर से बने ऐसे बांध बलूचिस्तान और कच्छ में मिले हैं।
![Traditional water harvesting](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/Traditional%20water%20harvesting_7.jpg?itok=LrMNPc7H)