अंशुमाली रस्तोगी

अंशुमाली रस्तोगी
आ भी जाओ प्यारे मानसून
Posted on 05 Aug, 2014 08:42 AM
प्यारे मानूसन, अच्छे मानसून, तुम कब आओगे? अब और अधिक देर न करो जल्द आ जाओ। इस समय हमें तुम्हारी जरूरत है। हमारी हर सुबह इसी उम्मीद के साथ होती है कि तुम आज आओगे और धरती पर बरसकर सूरज चचा के ताप से मुक्ति दिलाओगे।
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