admin

admin
उत्तरप्रदेश में जल संसाधन प्रबंधन और नियामक आयोग
Posted on 01 Nov, 2008 10:11 PM

पिछले माह उत्तरप्रदेश सरकार ने “जल संसाधन प्रबंधन और नियामक आयोग” संबंधी अधिनियम बना लिया है। उत्तरप्रदेश में जल संसाधनों का अंधाधुंध दोहन अब संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आ गया है। राज्यपाल टीवी राजेस्वर ने 'उत्तर प्रदेश जल प्रबंधन एवं नियामक आयोग विधेयक 2008' को मंजूरी दे दी है। इस कानून में जल संसाधनों को विनियमित करने, इसका विवेकपूर्ण उपयोग करने, कृषि कार्यो के लिए समुचित प्रयोग करने तथा भूगर

शराब-कारख़ाने में अपशिष्ट न्यूनीकरण
Posted on 27 Oct, 2008 09:25 AM

डब्ल्यूएमसी आसवनी(शराब-कारख़ाना) इकाई में अपशिष्ट न्यूनीकरण स्थिति का जायज़ा-

 

case study
जल चक्र
Posted on 25 Oct, 2008 07:32 PM

दौड़ें और एक गिलास पानी लें तथा इसे अपने सामने वाले मेज़ के ऊपर रखें। पानी को अच्छी तरह देर तक देखें। अब-क्या आप अनुमान लगा सकते हैं कि पानी कितना पुराना है?



शायद आपके गिलास का पानी ठीक पिछले सप्ताह का आसमान से गिरा वारिश का पानी हो लेकिन पानी स्वयं उतना ही सुकुमार है जितनी की पृथ्वी!
जब पहली मछली समुन्द्र से बाहर ज़मीन पर आई थी, तो आपके गिलास का पानी उस ..
समुन्द्र का हिस्सा था। जब ब्रन्टोसोरस झील से बाहर पौधों को खाने के लिए निकला तब आपके गिलास का पानी उन झीलों का हिस्सा था।

जब राजा और रानियां, शूरवीर और महानुभाव अपने कुओं से पानी पिया करते थे तो आपके गिलास का पानी उन कुओं का हिस्सा था।

water cycle
कोसी के लिए समझदारी और सावधानी
Posted on 24 Oct, 2008 08:31 PM

जल-विद्युत विशेषज्ञ दीपक ग्यावली, नेपाल के पूर्व जल संसाधन मंत्री रह चुके हैं तथा नेपाल के जल संरक्षण फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं। कोसी की बाढ़ और भविष्य की तैयारियों पर दीपक ग्यावली के बेवाक विचार

कोसी ने अपना तटबंध क्यों तोड़ा? मरम्मत कार्य के लिए कौन जिम्मेदार था, भारत या नेपाल?

दीपक ग्यावली : इस बात को समझने के लिए जरा पीछे मुड़कर देखना ज़रूरी है। तब हमें यह अनुभव होगा कि यह आपदा तीन बातों का नापाक मेल है: 1. इस प्रकार के जल-पारिस्थितिक शासन के लिए गलत टैक्नॉलोजी का चुनाव, 2. कोसी समझौते के परिणामस्वरूप गलत संस्थागत प्रबंध,

जल-विद्युत विशेषज्ञ दीपक ग्यावली
पानी, साफ-सफाई और स्वास्थ्यप्रद स्थितियों के बारे में कुछ तथ्य
Posted on 24 Oct, 2008 12:58 PM

1- अगर स्वास्थ्यप्रद स्थितियां या बेहतर स्वस्थ माहौल की बात की जाए तो इसमें निजी साफ-सफाई से लेकर आसपास का साफ-सुथरा माहौल भी शामिल होता है। यूं भी पानी से जुड़ी बीमारियों या प्रदूषित पानी, खराब स्वास्थ्य और गरीबी का एक खास दायरा गंदे पानी और साफ-सफाई की खराब स्थितियों की वजह से सामने आता है।
टेक्सटाइल प्रोसेसिंग में स्वच्छ उत्पादन
Posted on 24 Oct, 2008 12:09 PM

परिचय
मेसर्स तिरूपुर अरोरा तिरूपुर स्थित टेक्सटाइल प्रोसेसिंग की निजी कंपनी है। इस इकाई में कॉटन होजरी की प्रोसेसिंग होती है। इस इकाई की प्रोसेसिंग क्षमता प्रतिवर्ष (80 फीसदी प्रिंटिंग यानी छपाई और 20 फीसदी डाई ) 2500 टन की है। इस अध्ययन में इस इकाई की स्वच्छ निर्माण प्रक्रिया को रेखांकित किया गया है।

 

प्रकिया विवरण

प्लास्टिक के तालाब
Posted on 22 Oct, 2008 10:29 PM

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र में 17,500 प्लास्टिक-लाइन खेत तालाब की मंजूरी दी है और 80 करोड़ रुपए इस मद में आबंटित किया है। प्लास्टिक-लाइन खेत तालाब बनाने में उपयोग होने वाले प्लास्टिक-फिल्म की मानक कमजोर न हो, इसको रोकने के लिए नाबार्ड और प्लास्टिक तकनीकी निकायों के प्रतिनिधियों को मिलाकर एक समिति बनाई गई थी। इस समिति ने तीन कंपनियों- टेक्सेल इंडस्ट्रीज, गुजरात

विवादित जल उपयोग
Posted on 22 Oct, 2008 07:10 PM

जल अभाव से ग्रस्त गांव में सामाजिक अंतर संघर्ष

waste of water
अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छी आदतें
Posted on 22 Oct, 2008 10:31 AM

हाथ धोने से हम स्वस्थ रह सकते हैं

हानिकारक जीवाणु और वायरस हमारे हाथ से चिपक सकते हैं। हाथ धोना ही संक्रमण के प्रसार को कम करने का एकमात्र सबसे अच्छा तरीका है. यह सभी के लिए एक अनिवार्य आदत होनी चाहिए!

कैसे करें

Hand wash
इंडिया वाटर पोर्टल को मंथन पुरस्कार
Posted on 21 Oct, 2008 03:42 PM
इंडिया वाटर पोर्टल यह सूचित करने में अति हर्ष का अनुभव कर रहा है कि पोर्टल ने आईसीटी और डिजिटल सामग्री विकास के लिए, ई विज्ञान और पर्यावरण की श्रेणी में मंथन पुरस्कार प्राप्त किया है। मंथन की वेबसाइट सेः
.
×